केंद्रीय बैंकों के पास कोई नुस्खा नहीं – राजन
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि केंद्रीय बैंकों से जरूरत से ज्यादा उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। बैंकों को भी हमेशा यह दावा करने से बचना चाहिए कि उनके पास हर समस्या से निपटने का कोई न कोई नुस्खा बचा रहता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि उभरते बाजारों में परिस्थितियां बहुत कठिन हैं।
राजन ने वैश्विक वित्तीय संकट से केंद्रीय बैंकों को मिली सीख पर एक परिचर्चा के दौरान ये बातें कहीं। राजन ने परिचर्चा के दौरान औद्योगिक देशों की इस बात के जमकर खिंचाई की कि वे उभरते बाजारों को परंपरागत मौद्रिक नीति की राह पर बने रहने की सलाह देते हैं लेकिन खुद परंपराओं को हवा में उड़ा चुके हैं।
राजन ने कहा, केंद्रीय बैंक कहते हैं कि हमारे पास हर समस्या का समाधान है। हमारे पास कुछ न कुछ हिस्सा हमेशा बचा रहता है। जिसका हमने इस्तेमाल नहीं किया। राजन ने कहा कि यदि हम ऐसा दावा करते हैं और कुछ नहीं हो रहा हो तो लोगों के लिए केवल हमीं एक विकल्प बचते हैं। इस हालात से निकलना वास्तव में कठिन काम है।
राजन हाल ही में घोषणा कर चुके हैं कि वे रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर दूसरा कार्यकाल नहीं लेंगे। उनका मौजूदा कार्यकाल चार सितंबर को समाप्त होगा। आईएमएफ के पूर्व अर्थशास्त्री राजन को वैश्विक वित्तीय संकट का अनुमान लगाने का श्रेय दिया जाता है। वे बीआईएस की सालाना आम बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Δ
Copyright 2016 Manage By SABsoftzone